About
मुन्ना सिंह (रामाकांत सिंह) एक समाजसेवी, व्यवसायिक, एवं सक्रिय कांग्रेसी नेता हैं, जो कांग्रेस पार्टी की विचारधारा और संदेश को प्रचारित व सुदृढ़ करने के लिए समर्पित हैं। वे जमीनी स्तर पर अपने क्षेत्र एवं क्षेत्रवासियों से व्यापक रूप से जुड़े हुए हैं, तथा पार्टी और उसके मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध हैं।
मुन्ना सिंह विगत 14 वर्षों से समाजसेवा तथा राजनीति से जुड़े हुए हैं, और हजारीबाग एवं वहां के लोगों के उत्थान के लिए कार्यरत हैं। सामाजिक न्याय और समतापूर्ण विकास के प्रबल समर्थक के रूप में, वे अक्सर सामुदायिक नेताओं और स्थानीय संगठनों के साथ मिलकर सामाजिक विकास की दृष्टि के अनुरूप काम करते हैं।
उनके दिवंगत पिता, स्व. राम अवतार सिंह जी एक सक्रिय कांग्रेसी कार्यकर्ता और समाजसेवी थे, तथा वर्ष 1983 में सरपंच के रूप में जन-सेवक के तौर पर कार्यरत थे। पिता के देहांत के पश्चात, उनकी माता सरस्वती देवी जी ने परिवार के तरफ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए, लगातार लोक-सेवा के द्वारा सामाजिक योगदान दिया। सरस्वती देवी जी ने 2015 के पंचायत चुनाव में 78% वोट शेयर के साथ जीत दर्ज की, और 2022 तक मुखिया के रूप में जन सेवा करती रहीं। परिवार के इस सेवा-समर्पण भाव को देखते हुए, मुन्ना सिंह के छोटे भाई, रविकांत सिंह ने भी पहली बार पंचायत समिति सदस्य चुनाव लड़ा, और लगभग 2000 मत प्राप्त कर जीत हासिल की। जीत के पश्चात वे सदर प्रखंड के उप-प्रमुख पद हेतु निर्विरोध चुने गए।
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2024 में मुन्ना सिंह ने इंडिया महागठबंधन के लोकसभा उम्मीदवार श्री जेपी भाई पटेल के लिए अथक प्रयास किया।
उन्होंने पूरे हजारीबाग क्षेत्र में पार्टी के लिए मेहनत की और जनता के बीच अपनी उपस्थिति मजबूत की।
लोकसभा चुनावों के बाद, मुन्ना सिंह को उनके लंबे समय से चले आ रहे सामाजिक कार्य और हजारीबाग के लोगों
के प्रति समर्पण को देखते हुए झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा हजारीबाग से इंडिया गठबंधन का
प्रत्याशी घोषित किया गया। उनके सामाजिक सेवा के इतिहास और क्षेत्र में किए गए कार्यों के कारण पार्टी ने उन
पर विश्वास जताया।
2022-23 में मुन्ना सिंह ने भोपाल में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ भारत जोड़ो यात्रा में भाग लिया। इस
दौरान उन्होंने श्री राहुल गांधी जी से भी मुलाकात की। इसके बाद, जब श्री राहुल गांधी झारखंड में भारत जोड़ो
न्याय यात्रा के लिए आए, तो मुन्ना सिंह ने कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ इस यात्रा
में सक्रिय रूप से भाग लिया।
इस यात्रा में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ मिलकर उन्होंने
क्षेत्र के विकास और न्याय के मुद्दों को लेकर जनता के बीच जागरूकता फैलाई।
कोविड-19 महामारी के कठिन समय में, मुन्ना सिंह ने अपनी टीम के साथ मिलकर ज़रूरतमंदों की व्यापक सहायता की।
उन्होंने प्रवासी मजदूरों को आश्रय और भोजन उपलब्ध कराया, जिससे संकट के समय उनकी बुनियादी ज़रूरतों का
ध्यान रखा जा सके। मुन्ना सिंह ने मेडिकल सहायता भी प्रदान की, जिसमें ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध कराना शामिल
था, ताकि वायरस से जूझ रहे लोगों की मदद की जा सके।
इसके अलावा, उन्होंने लोगों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा की सुविधा प्रदान की, जिससे वे अपने घरों तक
पहुँच सकें। इस चुनौतीपूर्ण समय में सामुदायिक कल्याण के लिए आर्थिक सहायता भी दी गई, जिससे ज़रूरतमंदों को
राहत मिल सके।
2019 में मुन्ना सिंह ने हजारीबाग सदर से झारखंड विधानसभा चुनाव में भाग लिया। इस चुनाव में उन्होंने प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए कुल 31,885 वोट प्राप्त किए और तीसरे स्थान पर रहे। उनके इस चुनावी संघर्ष ने उन्हें हजारीबाग में एक मजबूत और लोकप्रिय नेता के रूप में स्थापित किया, जो जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में सफल रहे।
2015 में मुन्ना सिंह की माता जी सरस्वती देवी ने पंचायत चुनाव में 78% मतों के साथ शानदार जीत दर्ज की। उनकी रणनीति और कड़ी मेहनत ने इस जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे उनका राजनीतिक अनुभव और समाज में उनकी पहचान और भी मजबूत हुई।
2010 से 2014 के बीच, मुन्ना सिंह ने एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कड़ी मेहनत की और समाज सेवा के
विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दिया। उन्होंने वृक्षारोपण अभियानों का नेतृत्व किया, शिक्षा के क्षेत्र में
जरूरतमंद बच्चों को सहयोग प्रदान किया, 24*7 एंबुलेंस सेवा और दुर्घटना सहायता की भी शुरुआत की, जिससे
हज़ारीबाग के लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता मिल सके।
मुन्ना सिंह ने सामाजिक सौहार्द्र और एकता को बढ़ावा देने के लिए कई मंचों की सह-स्थापना की, जिनमें जनरल
ओबीसी दलित एकता मंच, अवतार सिंह मेमोरियल चैरिटेबल सोसाइटी, सद्भावना एकता मंच, और सवर्ण महासभा शामिल हैं।
इन मंचों के माध्यम से उन्होंने समाज में भाईचारे और एकजुटता को प्रोत्साहित किया, और सभी वर्गों के बीच
सहयोग और समर्थन को बढ़ावा दिया।
2010 के पंचायत चुनावों में मुन्ना सिंह ने 62% वोट शेयर के साथ मुखिया पद पर जीत हासिल की। यह उनकी लोकप्रियता और जनता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण था। मुखिया के रूप में उन्होंने अपने क्षेत्र में विकास और सामाजिक कल्याण के कई महत्वपूर्ण कार्य किए, जिससे स्थानीय समुदाय को बड़ा लाभ पहुंचा। उनकी नेतृत्व क्षमता और जनसेवा के प्रति समर्पण ने उन्हें एक प्रभावशाली नेता के रूप में स्थापित किया।
2008 में मुन्ना सिंह ने सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपनी यात्रा की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने स्थानीय समुदाय की जरूरतों को समझते हुए कई सामाजिक पहल की शुरुआत कि। मुन्ना सिंह ने शिक्षा, स्वास्थ्य, और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्रों में सक्रियता दिखाई। उनकी प्रयासों ने उन्हें क्षेत्र में एक भरोसेमंद और समर्पित नेता के रूप में पहचान दिलाई, जिससे उन्होंने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में कदम बढ़ाया।
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